PAN 2.0: भारत सरकार का बड़ा कदम, टैक्स सिस्टम में आया क्रांतिकारी बदलाव

PAN 2.0: भारत सरकार का बड़ा कदम, टैक्स सिस्टम में आया क्रांतिकारी बदलाव

भारत सरकार ने हाल ही में PAN 2.0 लॉन्च किया है, जो स्थायी खाता संख्या (PAN) प्रणाली का उन्नत संस्करण है। यह नया पैन कार्ड सुरक्षा, उपयोगकर्ता अनुभव और डिजिटल पहुंच को बेहतर बनाने के उद्देश्य से पेश किया गया है। डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करने वाले इस कदम ने टैक्स सिस्टम को अधिक पारदर्शी, सुविधाजनक और पर्यावरण-अनुकूल बना दिया है। आइए जानते हैं PAN 2.0 से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी।

 

PAN 2.0 की खासियतें

डायनेमिक QR कोड:
नए पैन कार्ड में डायनेमिक QR कोड जोड़ा गया है, जिसमें कार्डधारक की सभी जानकारी होती है। यह डेटा PAN डेटाबेस से डायरेक्ट जुड़ा होता है, जिससे फर्जीवाड़ा रोकने और त्वरित सत्यापन में मदद मिलती है।

पेपरलेस प्रक्रिया:
PAN 2.0 पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ई-पैन (e-PAN) जारी करता है, जो आवेदक के ईमेल पर भेजा जाता है। इससे कागज के इस्तेमाल में भारी कमी आई है।

मुफ्त आवेदन और अपडेट:
अब पैन कार्ड के लिए आवेदन और उसमें अपडेट फ्री है। हालांकि, फिजिकल पैन कार्ड के लिए केवल ₹50 का चार्ज है।

एकीकृत पोर्टल:
पैन से जुड़ी सभी सेवाएं जैसे आवेदन, सुधार, आधार-पैन लिंकिंग आदि अब एक ही पोर्टल पर उपलब्ध हैं।

बढ़ी हुई सुरक्षा:
PAN 2.0 में डेटा वॉल्ट जैसी उन्नत सुरक्षा सुविधाएं शामिल हैं, जिससे उपयोगकर्ता की व्यक्तिगत जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहती है।

 

PAN 2.0 के लिए आवेदन करने की योग्यता

PAN 2.0 के लिए आवेदन करने की योग्यता पुराने PAN कार्ड जैसी ही है। इसमें वे सभी लोग, कंपनियां और संस्थान आवेदन कर सकते हैं, जो आयकर अधिनियम, 1961 के तहत PAN के लिए पात्र हैं।

मुख्य पात्रता:

  • व्यक्ति: 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी भारतीय नागरिक और अभिभावक के माध्यम से नाबालिग।
  • एनआरआई (NRI): जो भारतीय टैक्स के दायरे में आते हैं।
  • व्यवसाय और संस्थान: कंपनियां, ट्रस्ट, HUF आदि।
  • विदेशी नागरिक: भारत में आय कमाने वाले विदेशी नागरिक भी आवेदन कर सकते हैं।

 

 

पुराने PAN और PAN 2.0 में अंतर

विशेषतापुराना PANनया PAN (PAN 2.0)
QR कोडस्थिर QR कोडडायनेमिक QR कोड, जो लाइव PAN डेटाबेस से जुड़ा है
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन और फिजिकल दोनोंपूरी तरह पेपरलेस और डिजिटल प्रक्रिया
खर्चचार्ज लागूई-पैन के लिए फ्री, फिजिकल कार्ड के लिए ₹50
पर्यावरण-अनुकूलताफिजिकल कार्ड जारी होता हैई-पैन, कागज का उपयोग कम
सुरक्षा सुविधाएंबेसिक सुरक्षाउन्नत सुरक्षा, डेटा एन्क्रिप्शन

 

PAN 2.0 के लिए आवेदन कैसे करें?

सही एजेंसी चुनें:
अगर आपका पैन Protean (NSDL) द्वारा जारी हुआ है, तो Protean का ई-पैन पोर्टल खोलें।
अगर UTIITSL द्वारा जारी हुआ है, तो UTIITSL का ई-पैन पोर्टल पर जाएं।

डिटेल भरें:
अपने पैन, आधार नंबर और जन्म तिथि जैसी जानकारी दर्ज करें।

सत्यापन करें:
आपके रजिस्टर्ड मोबाइल या ईमेल पर आए OTP से सत्यापन करें।

ई-पैन डाउनलोड करें:
सत्यापन के बाद, ई-पैन आपके ईमेल पर भेज दिया जाएगा।

फिजिकल कार्ड का अनुरोध (वैकल्पिक):
अगर आपको फिजिकल पैन चाहिए, तो ₹50 का शुल्क देकर इसे प्राप्त करें।

 

QR कोड की भूमिका

PAN 2.0 के QR कोड की खास बात यह है कि यह कार्डधारक की पूरी जानकारी को कूटबद्ध (encrypted) तरीके से रखता है।

  • यह तुरंत स्कैन किया जा सकता है, जिससे डेटा सत्यापन आसान हो जाता है।
  • पुराने पैन के QR कोड की तुलना में यह लाइव डेटाबेस से जुड़ा है, जिससे इसे नकली बनाना लगभग असंभव है।

पता अपडेट कैसे करें?

अब पैन कार्ड धारक अपना पता बिना किसी शुल्क के ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं:

  1. आधार-पैन लिंकिंग के माध्यम से अपने पते को अपडेट करें।
  2. यह प्रक्रिया पैन डेटाबेस में तुरंत बदलाव सुनिश्चित करती है।

 

PAN 2.0 के फायदे

बेहतर सुरक्षा:
डायनेमिक QR कोड डेटा की अखंडता (integrity) बनाए रखता है।

सुविधाजनक अनुभव:
एकीकृत पोर्टल के जरिए सेवाएं तेज़ और आसान हो गई हैं।

मुफ्त सेवाएं:
आवेदन और अपडेट अब मुफ्त हैं।

पर्यावरण-अनुकूल:
पेपरलेस प्रक्रिया पर्यावरण के लिए फायदेमंद है।

सटीक संचार:
आधार से पता अपडेट होने के कारण वित्तीय संस्थानों और टैक्स अधिकारियों से संपर्क आसान होता है।

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